Saturday, May 23, 2009

दोस्त चुनो..........

दोस्त चुनो तुम ऐसा , की वो दोस्ती न तोडे ,
जो राह में न छोडे ,
जो साथ रहे हर पल ,
धूप हो ,बारिश हो या छाया रहे बादल ।
दोस्त चुनो तुम ऐसा , जो दुःख को भी समझे ,
सुख में साथ होगा ही ,
कष्ट में भी आ धमके ,
ऐसे दोस्ती करो की टूटे न कभी ,
दिल में बसा लो , साथ छूटे न कभी ।।

6 comments:

  1. kya mishaal di hai dosti ki kavita ke jariye

    ReplyDelete
  2. dosti par achhi post k liye badhaiyan

    ReplyDelete
  3. kya baat hai yaar. dosti ke jariye humsafar ki yaad dila di.

    ReplyDelete
  4. हिंदी ब्लॉग की दुनिया में आपका स्वागत है...

    ReplyDelete
  5. दोस्त भीड़ से नहीं दोस्ती से बनते है...

    ReplyDelete